Saturday, December 09, 2017

पहचान

कोई ना पहचान पाया करीब से,

कुछ अंधे थे...! कुछ अंधेरों में थे....!!

Friday, December 08, 2017

जिन्दगी

दो हिस्सों में बंटी हुई है जिन्दगी सारी,
अभी उम्र नहीं तुम्हारी,
अब उम्र नहीं तुम्हारी...

गुलाब...

पाँव के कांटो ने यह बताया है
कि इस गली मे गुलाब है....

Wednesday, May 10, 2017

खुश हूं ।


"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं
"काम में खुश हूं," आराम में खुश हू
"आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश हूं
"आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूं
"दोस्तों का साथ नहीं," अकेला ही खुश हूं
"आज कोई नाराज है," उसके इस अंदाज से ही खुश हूं
"जिस को देख नहीं सकता," उसकी आवाज से ही खुश हूं
"जिसको पा नहीं सकता," उसको सोच कर ही खुश हूं
"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश हूं
"आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश हूं
"हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश हूं
"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं
"अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना"
"वरना बिना जवाब के भी खुश हूं।"
आप भी खुश रहें और खुशियाँ बांटें ।

Friday, April 28, 2017

व्यर्थ

हाथ से किया हुआ दान
और मुख से लिया
भगवान का नाम 
कभी व्यर्थ नही जाता ।।

बेचैनियां

बेचैनियां बाजार मै नहीं मिला करती यारों..
बाँटने वाला कोई बहुत नजदीकी होता है ..

Ocean of Cars


तकदीर

काश तकदीर भी होती जुल्फ की तरह,
जब जब बिखरती, तब तब सवार लेते..!
कहाँ पर बोलना है और कहाँ पर बोल जाते हैं।
जहाँ खामोश रहना है वहाँ मुँह खोल जाते हैं।।
कटा जब शीश सैनिक का तो हम खामोश रहते हैं।
कटा एक सीन पिक्चर का तो सारे बोल जाते हैं।।
नयी नस्लों के ये बच्चे जमाने भर की सुनते हैं।
मगर माँ बाप कुछ बोले तो बच्चे बोल जाते हैं।।
बहुत ऊँची दुकानों में कटाते जेब सब अपनी।
मगर मज़दूर माँगेगा तो सिक्के बोल जाते हैं।।
अगर मखमल करे गलती तो कोई कुछ नहीँ कहता।
फटी चादर की गलती हो तो सारे बोल जाते हैं।।
हवाओं की तबाही को सभी चुपचाप सहते हैं।
च़रागों से हुई गलती तो सारे बोल जाते हैं।।
बनाते फिरते हैं रिश्ते जमाने भर से अक्सर।
मगर जब घर में हो जरूरत तो रिश्ते भूल जाते हैं।।
"कि तुम मुझे पसंद करो या मुझसे नफरत, दोनो ही मेरे पक्ष में हैं।"
क्योंकि अगर तुम मुझको पसंद करते हो तो, मैं आपके दिल में हूँ,
और अगर तुम मुझ से नफरत करते हो, तो मैं आपके दिमाग में हूं !!
"पर रहूंगा आप के पास ही"