जीवन में कभी किसी से,
अपनी तुलना मत करों,
आप जैसे है सर्वश्रेष्ठ है।
Saturday, January 06, 2018
Saturday, December 09, 2017
Friday, December 08, 2017
Wednesday, May 10, 2017
खुश हूं ।
"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं
"काम में खुश हूं," आराम में खुश हू
"आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश हूं
"आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूं
"दोस्तों का साथ नहीं," अकेला ही खुश हूं
"आज कोई नाराज है," उसके इस अंदाज से ही खुश हूं
"जिस को देख नहीं सकता," उसकी आवाज से ही खुश हूं
"जिसको पा नहीं सकता," उसको सोच कर ही खुश हूं
"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश हूं
"आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश हूं
"हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश हूं
"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं
"अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना"
"वरना बिना जवाब के भी खुश हूं।"
आप भी खुश रहें और खुशियाँ बांटें ।
"काम में खुश हूं," आराम में खुश हू
"आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश हूं
"आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूं
"दोस्तों का साथ नहीं," अकेला ही खुश हूं
"आज कोई नाराज है," उसके इस अंदाज से ही खुश हूं
"जिस को देख नहीं सकता," उसकी आवाज से ही खुश हूं
"जिसको पा नहीं सकता," उसको सोच कर ही खुश हूं
"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश हूं
"आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश हूं
"हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश हूं
"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं
"अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना"
"वरना बिना जवाब के भी खुश हूं।"
आप भी खुश रहें और खुशियाँ बांटें ।
Friday, April 28, 2017
कहाँ पर बोलना है और कहाँ पर बोल जाते हैं।
जहाँ खामोश रहना है वहाँ मुँह खोल जाते हैं।।
जहाँ खामोश रहना है वहाँ मुँह खोल जाते हैं।।
कटा जब शीश सैनिक का तो हम खामोश रहते हैं।
कटा एक सीन पिक्चर का तो सारे बोल जाते हैं।।
कटा एक सीन पिक्चर का तो सारे बोल जाते हैं।।
नयी नस्लों के ये बच्चे जमाने भर की सुनते हैं।
मगर माँ बाप कुछ बोले तो बच्चे बोल जाते हैं।।
मगर माँ बाप कुछ बोले तो बच्चे बोल जाते हैं।।
बहुत ऊँची दुकानों में कटाते जेब सब अपनी।
मगर मज़दूर माँगेगा तो सिक्के बोल जाते हैं।।
मगर मज़दूर माँगेगा तो सिक्के बोल जाते हैं।।
अगर मखमल करे गलती तो कोई कुछ नहीँ कहता।
फटी चादर की गलती हो तो सारे बोल जाते हैं।।
फटी चादर की गलती हो तो सारे बोल जाते हैं।।
हवाओं की तबाही को सभी चुपचाप सहते हैं।
च़रागों से हुई गलती तो सारे बोल जाते हैं।।
च़रागों से हुई गलती तो सारे बोल जाते हैं।।
बनाते फिरते हैं रिश्ते जमाने भर से अक्सर।
मगर जब घर में हो जरूरत तो रिश्ते भूल जाते हैं।।
मगर जब घर में हो जरूरत तो रिश्ते भूल जाते हैं।।
Thursday, January 21, 2016
Kavita
ऐ उम्र !
कुछ कहा मैंनें,
पर शायद तूने सुना नहीं...
तू छीन सकती है बचपन मेरा,
पर बचपना नहीं...!!!
हर बात का कोई जवाब नहीं होता
हर इश्क का नाम खराब नहीं होता...
यूँ तो झूम लेते हैं नशे में पीने वाले
मगर हर नशे का नाम शराब नहीं होता...
खामोश चेहरे पर हज़ारों पहरे होते हैं
हँसती आखों में भी ज़ख़्म गहरे होते हैं
जिनसे अक्सर रूठ जाते हैं हम,
असल में उनसे ही रिश्ते गहरे होते हैं...
किसी ने खुदा से दुआ माँगी,
दुआ में अपनी मौत माँगी,
खुदा ने कहा, मौत तो तुझे दे दूँ मगर,
उसे क्या कहूँ जिसने तेरी ज़िंदगी की दुआ माँगी...
हर इन्सान का दिल बुरा नहीं होता
हर एक इन्सान बुरा नहीं होता
बुझ जाते हैं दीये कभी तेल की कमी से...
हर बार कुसूर हवा का नहीं होता !!!
Thursday, November 26, 2015
Guru Nanak Dev Jee Maharaj
We are celebrating the Parkash Purab of Sri Guru Nanak Dev Jee Maharaj. As Sikhs we feel a great pride belonging to such a inspirational and spiritual guru, who liberated this world. As Gurbani states Sri Guru Nanak Dev Jee came in this dark age (Kaljug) to liberate us from falsehood and lead the world to the truth of Sikhi. It is with great pride we are celebrating the parkash of Guru Nanak Dev Jee Maharaj.
ਕਲਿਜੁਗ ਬਾਬੇ ਤਾਰਿਆ ਸਤਿਨਾਮੁ ਪੜ੍ਹਿ ਮੰਤ੍ਰ ਸੁਣਾਇਆ।
Kalijougu Baabay Taariaa Satinaamu Parhhi Mantr Sounaaiaa
Baba Nanak rescued this dark age (kaliyug) and recited ‘satinam’ mantr for one and all.
Baba Nanak rescued this dark age (kaliyug) and recited ‘satinam’ mantr for one and all.
ਕਲਿ ਤਾਰਣ ਗੁਰੁ ਨਾਨਕ ਆਇਆ ॥੨੩॥
Kali Taarani Guru Naanaku Aaiaa ॥23॥
Guru Nanak came to redeem the kaliyug.
Guru Nanak came to redeem the kaliyug.
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